माँ बाप की दुआएं साथ रखो फिर कौन तुम्हें बिगाड़ेगा। माँ बाप की दुआएं साथ रखो फिर कौन तुम्हें बिगाड़ेगा।
हैं हम एक सफर के राही सब यहाँ बढ़ते वक़्त में बदल सकते हैं, हैं हम एक सफर के राही सब यहाँ बढ़ते वक़्त में बदल सकते हैं,
सदा लुटाती प्यार की गगरी स्नेह का निर्झर कभी नहीं थमा सदा लुटाती प्यार की गगरी स्नेह का निर्झर कभी नहीं थमा
पंकज तुम्हारे यश का तुम्हें भान नहीं। पंकज तुम्हारे यश का तुम्हें भान नहीं।
नदी तालाब नहर से होते समुद्र से मिला जाता है। नदी तालाब नहर से होते समुद्र से मिला जाता है।
फांसी तक पर झूल गए, फिर भी कहा "क्या किया ? फांसी तक पर झूल गए, फिर भी कहा "क्या किया ?